हम जिस ‘योद्धा’ की बात कर रहे हैं वह कोई आम इंसान नहीं बल्कि एक राजा है। अंग नगोवांग नाम का यह राजा कोन्याक जनजाति का राजा है। जानकारी के मुताबिक अंग करीब 75 गांवों की प्रजा का राजा है। अंग का पूरा साम्राज्य भारत और म्यांमार के बीच में स्थित है। अंग का आधा साम्राज्य भारत में है तो आधा साम्राज्य म्यांमार की धरती पर है। अंग के साम्राज्य को लेकर ऐसी बातें भी कही जाती हैं कि यहां की प्रजा म्यांमार में खाना खाती है और भारत में सोती है।
कोन्याक जनजाति के राजा अंग का पुत्र म्यांमार सेना में है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां के लोगों को भारत के साथ-साथ म्यांमार की भी नागरिकता प्राप्त है। यहां के लोगों में काफी प्रेम और खुशी का माहौल बना रहता है। ये लोग जहां चाहे वहां अपनी मर्जी का काम कर सकते हैं, चाहे उन्हें भारत में काम करना हो या म्यांमार में। यहां के लोगों की अपने अलग ही रीति रिवाज हैं, जिसे ये लोग निभाते हैं। राजा अंग भी अपनी सभी 60 बीवियों के साथ खुशी-खुशी रहता है। राजा अपनी सभी बीवियों का अच्छे से ख्याल रखता है तो वहीं दूसरी ओर सभी बीवियां भी राजा की सभी इच्छाओं और शौक को पूरा करने के लिए तत्पर रहती हैं।