इसके अलावा अस्पताल को अपनी नर्सों को लेकर भी काफी चिंता सता रही है। अस्पताल को नर्सों में इंफेक्शन फैलने का डर भी है, क्योंकि ये सभी नर्सें आईसीयू में काम करती हैं। ऐसे में गर्भवती होने की स्थिति में उन्हें उनमें इंफेक्शन फैलने का ज़्यादा खतरा है। इस सभी चिंताओं से अलग हटकर अस्पताल प्रशासन अपनी नर्सों को ऐसी स्थिति में काम करने के सुरक्षित तरीकों के बारे में बता रहा है। क्योंकि अस्पताल किसी भी हालत में ये नहीं चाहता कि नर्सों की प्रेगनेंसी का प्रभाव मरीज़ों की देखभाल पर पड़े।
लेकिन इस पूरे मामले में एक बड़ा सवाल ये था कि जब ये सभी नर्सें आपस में ज़्यादा बात नहीं करती थीं तो उन्हें सभी की प्रेगनेंसी के बारे में कैसे पता चला। इस सवाल पर जब नर्सों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि वे सभी सोशल मीडिया साइट फेसबुक पर एक ग्रुप जॉइन किया था। जहां वे सभी आपस में चैट करती थीं। जहां इस पूरे मामले का खुलासा हो गया कि सभी नर्सें गर्भवती हैं। लेकिन यहां एक खास बात ये है कि अस्पताल अपनी सभी नर्सों से काम कराने के साथ-साथ उनकी पूरी देखभाल भी कर रहा है। अस्पताल के निदेशक हीथर फ्रांसिस ने बातचीत में बताया कि जैसे-जैसे नर्सों की डिलीवरी का समय पास आ रहा है, वे सभी अपनी-अपनी छुट्टियों की तैयारी कर रही हैं।