script91 साल की उम्र में पेश की मिसाल, बचपन में छूटे काम को कर दिखाया पूरा | American man took diploma at the age of 91 | Patrika News

91 साल की उम्र में पेश की मिसाल, बचपन में छूटे काम को कर दिखाया पूरा

locationनई दिल्लीPublished: Dec 13, 2019 09:51:56 am

Submitted by:

Piyush Jayjan

हैन्सन की बचपन में पढ़ाई अधूरी रह गई थी
आर्थिक तंगी की वजह से नहीं पूरी हो सकी थी पढ़ाई
हैन्सन ने डिप्लोमा हासिल कर मिसाल कायम की

cliff_hanson.jpg

Clifford hanson

नई दिल्ली। अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि हर चीज की एक उम्र होती हैं। लेकिन ये कहावत कितनी सटीक बैठती है इसके बारें में हर आदमी की राय जुदा हो सकती हैं। लेकिन अगर इस बात को पढ़ाई लिखाई तक ले जाया जाएं तो वहां तो ये कहावत बिलुकल गलत साबित हो जाती है।

ऐसा ही एक बार फिर कर दिखाया 91 साल के एक बुजुर्ग शख्स ने, जिनका नाम क्लिफर्ड हैन्सन है। हैन्सन 91 की उम्र में अपनी पढ़ाई खत्म करने का सपना पूरा किया। उन्होंने हाल ही में हाई स्कूल डिप्लोमा दिया गया। दरअसल हैन्सन ने 1930 में परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से बीच में पढ़ाई छोड़ चुके थे।

लेकिन उनका पढ़ना का मन था। भले ही वो विपरीत परस्थितियों में पढ़ाई पूरी न कर सके हो लेकिन उनकी एक तमन्ना अधूरी थी कि वो अपनी पढ़ाई फिर से कर सकें। डिप्लोमा लेने के बाद हैन्सन ने कहा कि उन्हें आज खुद पर गर्व हो रहा है। हैन्सन फिलहाल लेक रिज केयर सेंटर में रहते हैं।

hanson_1576044493.jpg

हैन्सन ने बताया ने अपने संघर्ष भरे दिनों को याद करते हुए बताया कि साल 1930 में मेरे पिता काफी बीमार हो गए थे। ऐसे में मुझे पढ़ाई और घर की पारंपरिक खेती में से किसी एक का चुनाव करने के लिए कहा गया। अब ये मुझे तय करना कि इन दोनों में से मुझे क्या चुनना है क्योंकि मेरे परिवार की आर्थिक हालत खराब थी।

घर की माली हालत सही न होने की वजह से मैंने खेती को चुना। उन्होंने बताया कि जब आप खेती करते हैं तो अपना 98% वक्त देना होता है। ऐसे में आप इसके साथ-साथ कोई दूसरा काम भी नहीं कर सकते। इसलिए मैं कभी पढ़ाई करने के बारे में सोच नहीं पाया नहीं सोच पाया। जिसके चलते मेरी आठवीं के बाद की पढ़ाई पूरी नहीं हो सकीं।

हैन्सन ने कहा कि अपना डिप्लोमा पूरा करने के लिए मुझे काफी मेहनत करनी पड़ी। मैंने दिन के साथ-साथ परीक्षा के वक़्त रात में भी पढ़ाई की। हैन्सन ने अपने सपने को साकार कर दिखा दिया कि पढ़ने लिखने की कोई उम्र नहीं होती है।

 

 

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो