शख्स का नाम सुब्रमण्यम है। उसकी उम्र 32 साल है। वह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के कुम्मारा गुंटा गांव का रहने वाला है। सुब्रमण्यम का दावा है कि जब वह पांचवी कक्षा में थे, तब उन्हें पहली बार सांप ने काटा था। इसके बाद से कोई साल ऐसा नहीं गया, जब उसे कोबरा (Cobra) सांप ने काटा न हो। वह सांपों के डर के कारण घर से निकलने से डरने लगे हैं। चूंकि वह एक किसान है ऐसे में रोजाना खेत पर जाना पड़ता है। मगर साल में एक बार ऐसा मौका जरूर आता है जब कोबरा नाग उन्हें किसी न किसी तरह से डस लेता है। इसके चलते सुब्रमण्यम की हालत काफी गंभीर हो जाती है।
उनका यह भी दावा है कि हर साल अमावस्या (Amavasya) के दिन सांप उनके दरवाजे के सामने जरूर दिखाई देते हैं। ऐसा पिछले 32 साल से हो रहा है। उन्हें ये समझ नहीं आता कि उनके साथ ऐसा क्यों हो रहा है। इस समस्या के निवारण के लिए उन्होंने कई ज्योतिषों एवं सांप पकड़ने वालों से बात की, लेकिन उन्हें कोई समाधान नहीं मिला। बहुत से जानकारों का मानना है कि ये महज एक संयोग है क्योंकि सांप किसी जगह या व्यक्ति को याद नहीं रख सकते हैं, ऐसे में बदला लेने की बात सही साबित नहीं होती है।