अब यह बता पाना वाकई में मुश्किल है कि इसके पीछे की वजह क्या है। शरीर में मौजूद जीन्स के चलते भी कई बार ऐसा होते देखा गया इसे मेडिकल की भाषा में अरहिनिया कहते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें बच्चे बिना नाक के पैदा होते हैं।
बच्ची का परिवार फल्लुजाह के ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। इनके तीन और बच्चे हैं जो बिल्कुल स्वस्थ हैं। एक ऐसा स्थान है जहां साल 2004 में अमरीकी सेना और विद्रोहियों के बीच भयंकर संघर्ष हुआ था।
उस दौरान फल्लुजाह भारी बम गिराए थे, कई इमारतें ढह गई थी, यहां के कई निवासियों को मजबूरन इलाका खाली करना पड़ा। ऐसे में कहा जा रहा है कि यहां पैदा होने वाले बच्चों में विकृतियों की वजह ये लड़ाइयां ही हैं। यहां अब ऐसे बच्चे पैदा हो रहे हैं जिनके या तो हाथ नहीं है या अतिरिक्त उंगलियां हैं।