इस मछली का वजन आम मछलियों के मुकाबले थोड़ा अलग था। ऐसे में तरुण ने जब कांटा लगाया तो उन्हें कांटे पर कुछ जरूरत से ज्यादा भार महसूस हुआ। मगर जैसे ही उन्होंने कांटा को खींचा उन्हें एक बहुत भारी मछली कांटे में फंसी हुई नज़र आई।
इसके बाद उन्होंने मछली का वजन करने का फैसला किया। जब तरुण ने अपने दोस्तों के साथ मछली को तौला तो उसका वजन 18 किलो 500 ग्राम मिला। मछली का वजन करने के बाद तरुण मछली को फुलेश्वर बाजार लेकर गए जहां उस मछली की नीलामी की गई।
नीलामी के दौरान तरुण को इस मछली के बदले अच्छी खासी रकम मिल गई। नीलामी में एक स्थानीय मछुवारे ने इस मछली को लगभग 12 हजार रुपये में खरीदा। मछुवारे का कहना है कि अब वह इस मछली को 13 से 14 हजार के दाम पर बेचेगा।
कुछ दिन पहले ही जापान में 405 किलोग्राम की टूना मछली पकड़ी गई थी। जिसकी नीलामी 3.64 करोड़ येन (3,23,300 डॉलर) में हुई। इतने ऊंचे दाम पर बिकने की वजह से ये दुनिया की सबसे महंगी मछली बन गई थी। इसकी एक वजह ये है कि जापान में मछली की मांग बहुत अधिक रहती है।