मूली के साथ इन दो चीजों का सेवन नहीं है किसी जहर से कम, पड़ सकता है दिल का भी दौरा
ब्रूस ने इस न्यूक्लियर शेल्टर को नाम दिया है आर्क -टू। ब्रूस को न्यूक्लियर शेल्टर बनाने की तरकीब बाइबल से मिली। बाइबल के अनुसार एक शख्स जिसका नाम नोह बताया गया है। उसने प्रलय के समय लोगों के परिवारों और जानवरों को बचाने के लिए एक जहाज बनाया था। इस जहाज को आर्क नाम दिया है। ब्रूस भी उसी से प्रेरित हुए और उन्होंने इस न्यूक्लियर शेल्टर को तैयार किया। ब्रूस के मुताबिक, उन्होंने 42 बसों को सिलसिलेवार तरीके जमीन से 14 फीट नीचे दफनाया है। उनके इस शेल्टर में लगभग 500 लोग 3 हफ्ते तक रह सकते हैं। इस शेल्टर को ब्रूस ने इस तरह तैयार किया है जिससे इस पर रेडिएशन का भी असर नहीं होगा। इस शेल्टर में हथियारों से लैस कमरा, रेडियो कम्युनिकेशन रूम, डीजल जेनरेटर, वॉटर टैंक और दो किचन बनाए गए हैं। सभी सिक्युरिटी मीटर्स के आलावा बच्चों के लिए खेलने का एक कमरा और कई ज़रूरी चीजें भी उपलब्ध हैं। उनका दावा है कि उनका न्यूक्लियर शेल्टर नॉर्थ अमेरिका में सबसे बड़ा शेल्टर है।