इस बारे में यूनिवर्सिटी के डेविस का कहना है कि उनकी टीम ने एक खास तरह का बैल तैयार किया है। फूड इंडस्ट्री में नर बैलों की ज्यादा डिमांड को देखते हुए इसे बनाया गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि बैल के जींस में ऐसे बदलाव किए गए हैं, जिसकी वजह से इससे जन्म लेने वाले बछड़े ज्यादातर नर ही पैदा होंगे। कॉस्मो (COSMO) गाय की ऐसी प्रजाति से विकसित किया गया नर बछड़ा है, जिसे दूध के लिए नहीं बल्कि मांस के लिए उपयोग किया जाता है। दुनियाभर में गाय की इस प्रजाति की मांग काफी रहती है। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया के वैज्ञानिकों ने अप्रैल में कॉस्मो (COSMO) का जन्म कराया था। उस वक्त इसका वजन 110 पाउंड यानी करीब 50 किलोग्राम था।
इस बैल को तैयार करने के लिए काले रंग के कॉस्मो (COSMO) के जींस में बदलाव किया गया। उसके क्रोमोसोम-17 में एसआरवाई जीन (SRY Gene) डाला गया है। इसी जीन की वजह से भविष्य में कॉस्मो (COSMO) सिर्फ नर बछड़े ही पैदा करेंगे। इस बारे में एलिसन ने बताया कि टीम ने CRISPR तकनीक से कॉस्मो (COSMO) के जींस में बदलाव किए है। कॉस्मो (COSMO) अभी बहुत छोटा है। अभी उसके खानपान का ध्यान रखा जा रहा है। 12 महीने के बाद उसे किसी मादा के साथ समय बिताने दिया जाएगा, जिससे प्रयोग के नतीजे सामने आ सके।