एक महीने बाद डॉक्टर ने उन्हें एक बुरी खबर दी, उन्हें बताया गया कि उनके गर्भ में पल रहे दोनों बच्चे जुड़े हुए हैं, लेकिन मां का दिल कैसा होता है ये सबको पता ही है नोर्मा ने उन्हें दुनिया में लाने का निश्चय किया। दोनों बच्चियों का जन्म भी हुआ और उनका नाम ल्यूपिता और कारमेन रखा गया इन दोनों बहनों को माता-पिता ने संयुक्त राज्य अमेरिका में मेडिकल वीजा पर ले जाने का फैसला किया इस उम्मीद में कि वहां के आधुनिक डॉक्टर उन्हें अलग कर सकें लेकिन डॉक्टरों ने इसमें बड़ा खतरा बताया।
आपकी जानकारी के लिए बता दें अधिकांश जुड़े हुए बच्चे जन्म के तुरंत बाद मर जाते हैं, लेकिन इन दोनों बहनों ने खुद के जीने के चाह से ये कर दिखाया और मौत को मात दे दी। लड़कियों की केवल तीन दिनों तक जीने की उम्मीद थी, 16 साल की होने के बावजूद हर तरीके से जीवन जीने में कामयाब रही हैं।
इन बहनों की सर्जेरी हो तो सकती है लेकिन इसमें बहुत ही ज्यादा जोखिम है, पहली बात यह कि दोनों बहनों के जुड़े होने के कारण कुछ अंग एक ही हैं, अगर इन्हें अलग किया गया तो दोनों के हिस्से एक-एक पैर आएगा। इस पूरी प्रक्रिया में खर्च भी बहुत आएगा ये कुछ कारण हैं जिनकी वजह से इनके माता पिता के हाथ रुके हुए हैं। ल्यूपिता और कारमेन एक साथ जुड़ी जरूर हैं लेकिन दोनों का व्यक्तित्व बेहद जुदा है। इसके बावजूद दोनों जीवन को सरकात्मक तरीके से जीने में सक्षम हैं।