एक छोटा सा मासूम बंदर सड़कों पर अकसर घूमता रहता था। दरअसल, उसकी मां की मौत हो गई थी। वह भूख और प्यास से तड़पता हुआ इलाके में इधर से उधर भटकता रहता है। एक दिन एक दम्पत्ति की नजर उस पर पड़ी। उनसे उस बच्चे की हालत देखी नहीं गई और वे उसे घर पर लेकर आए।
इसके बाद से अपनी संतान की तरह बंदर के उस बच्चे का पालन-पोषण किया। एक साल पूरा हो जाने की खुशी में केक लाकर सेलीब्रेट भी किया गया। हैदराबाद के अनंतपुर जिले के सोमानदादपल्ली में रहने वाले इस दम्पत्ति की सोच और व्यवहार को देख सभी उनकी तारीफ कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने जो किया है वह हर किसी के बस की बात नहीं है!