scriptआज बुधवार को श्रवण नक्षत्र मे करेंगे ये काम तो जरूर होंगे वारे-न्यारे | Patrika News
धर्म

आज बुधवार को श्रवण नक्षत्र मे करेंगे ये काम तो जरूर होंगे वारे-न्यारे

3 Photos
6 years ago
1/3

चतुर्दशी रिक्ता संज्ञक तिथि रात्रि १२.४७ तक, इसके बाद अमावस्या तिथि प्रारम्भ हो जाएगी। कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी व अमावस्या दोनों तिथियों में शुभ व मांगलिक कार्य वर्जित हैं। चतुर्दशी तिथि में अग्नि विषादिक असद् कार्य, बंधन, मारण और शस्त्रादि दूषित कार्य प्रशस्त हैं। नक्षत्र: श्रवण ‘चर व ऊध्र्वमुख’ संज्ञक नक्षत्र संपूर्ण दिवारात्रि है। श्रवण नक्षत्र में देवस्थापन, घर, पुष्टता, कारीगरी, मांगलिक, जनेऊ, चित्र तथा शांति सम्बंधी कार्य करने चाहिए। पर अभी समय व तिथि दोनों ही शुभ नहीं है। योग: व्यतिपात नामक अत्यंत उपद्रव व बाधाकारक योग अपराह्न ३.१३ तक, तदन्तर वरियान नामक नैसर्गिक शुभ योग है। व्यतिपात योग में समस्त शुभ व मांगलिक कार्य सर्वथा वर्जित है। ग्रह राशि-नक्षत्र परिवर्तन: अंतरात्रि ३.२४ पर बुध कुंभ राशि में प्रवेश करेगा। करण: भद्रा संज्ञक विष्टि नाम करण पूर्वाह्न ११.४१ तक, इसके बाद शकुनि आदि स्थिर संज्ञक करण हैं।

2/3

श्रेष्ठ चौघडि़ए: आज सूर्योदय से प्रात: ९.५५ तक लाभ व अमृत, पूर्वाह्न ११.१८ से दोपहर १२.४१ तक शुभ तथा अपराह्न ३.२७ से सूर्यास्त तक चर व लाभ के श्रेष्ठ चौघडि़ए हैं, जो आवश्यक शुभ कार्यारम्भ के लिए अत्युत्तम हैं। बुधवार को अभिजित नामक मुहूर्त शुभ कार्यों में वर्जित माना गया है। शुभ मुहूर्त: उपर्युक्त शुभाशुभ समय, तिथि, वार, नक्षत्र व योगानुसार आज किसी शुभ व मांगलिक कार्यादि के शुभ व शुद्ध मुहूर्त नहीं है।

3/3

व्रतोत्सव: आज महाशिवरात्रि व्रत (पूर्वी भारत में), व्यतिपात पुण्यं व सेन्ट वेलेन्टाइन दिवस है। चन्द्रमा: चन्द्रमा समस्त दिवारात्रि मकर राशि में है। दिशाशूल: बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। चन्द्र स्थिति के अनुसार आज दक्षिण दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभप्रद है। राहुकाल: दोपहर १२.०० से दोपहर बाद १.३० बजे तक राहुकाल वेला में शुभकार्यारंभ यथासंभव वर्जित रखना हितकर है।

loksabha entry point
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.