मिस्त्र के एलेक्जेंड्रिया में एक ऐसे ही रहस्य का पर्दाफाश जब एक बेजुबान के जरिए हुई तो लोग हैरान रह गए। इस घटना के बारे में स्थानीय लोगों का कहना है कि एक दिन रास्ते में चलने के दौरान एक ‘गधा’ अचानक गड्ढे में गिर गया।
उसे बाहर निकालने के लिए उसके मालिक ने गड्ढे को खोदना शुरू कर दिया।अचानक उन्हें इस बीच गड्ढे में एक बड़ा सा छेद दिखाई दिया। गधे के मालिक ने उस छेद पर कई बार प्रहार कर उसे बड़ा किया तो अंदर उन्हें कुछ ऐसा नजारा दिखा जिससे उनके होश उड़ गए।
दरअसल, अंदर एक विशाल मकबरा था जिसका नाम कोम एल शोकाफा था। हमेशा के लिए खो चुके इस मकबरे की खोज एक सामान्य गधे के मालिक ने की। बात पुरातत्वविदों तक पहुंची तो उन्होंने इसका परीक्षण शुरू कर दिया। पता चला कि दूसरी शताब्दी में निर्मित यह मकबरा ग्रीको-रोमन दौर का सबसे बड़ा कब्रिस्तान रहा था।
पुरातत्वविदों ने यह भी कहा कि यहां पहले सिर्फ एक ही परिवार के लोगों को शवों को दफनाया जाता था, लेकिन बाद में इस परंपरा में परिवर्तन के चलते दूसरे लोगों के भी शवों को दफनाया जाने लगा।
हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि यहां दफनाए गए कई शव आज भी सुरक्षित हालत में हैं।