नोट और सिक्कों पर कीटाणु-
हम हमेशा बाज़ारों से या किसी दुकान से किसी भी तरह की खरीदारी के लिए नकद में भुगतान करते हैं। हम कोई सामान खरीदने के लिए दुकानदार को नोट और सिक्के देकर उसकी कीमत अदा करते हैं। जिसके बाद दुकानदार भी बचे हुए पैसे हमें वापस करता है। लेकिन हम शायद इस बात का बिल्कुल ध्यान नहीं रखते कि जिन पैसों का हम आदान-प्रदान कर रहे हैं, उन पर बीमारी फैलाने वाले कीटाणु छिपे होते हैं।
नोट और सिक्कों की वजह से होती है बीमारियां-
कई बार हम बाज़ार जाते वक्त कुछ खाने-पीने का सामान भी लेते हैं। इतना ही नहीं हम कई बार किसी रेस्टॉरेंट में भी खाना खाने के लिए बैठ जाते हैं। ऐसे में हम जिन हाथों से पैसों की लेन-देन करते हैं, उन्हीं हाथों से खाना भी खाने लगते हैं। ऐसी स्थिती में हमारे हाथों में आने वाले कीटाणु खाने के साथ-साथ हमारे पेट में भी प्रवेश कर जाते हैं। जिससे हमें बीमारियां होती हैं।
कई बार हम बाज़ार जाते वक्त कुछ खाने-पीने का सामान भी लेते हैं। इतना ही नहीं हम कई बार किसी रेस्टॉरेंट में भी खाना खाने के लिए बैठ जाते हैं। ऐसे में हम जिन हाथों से पैसों की लेन-देन करते हैं, उन्हीं हाथों से खाना भी खाने लगते हैं। ऐसी स्थिती में हमारे हाथों में आने वाले कीटाणु खाने के साथ-साथ हमारे पेट में भी प्रवेश कर जाते हैं। जिससे हमें बीमारियां होती हैं।
शोध में खुलासा-
नोटों और सिक्कों पर हुए एक शोध में पता चला कि पैसों में भारी संख्या में संक्रमण फैलाने वाले खतरनाक कीटाणु पाए जाते हैं। शोध के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने रिक्शा चालक, मेडिकल स्टोर, रेहड़ी-पटरी आदि लोगों से पैसे इकट्ठे किए और इनकी जांच की गई। जांच में साफ हो गया कि पैसों से संक्रमण होता है। इसलिए चाहे घर हो या रेस्टॉरेंट, खाने से पहले हाथों को अच्छे से ज़रूर धोएं।
नोटों और सिक्कों पर हुए एक शोध में पता चला कि पैसों में भारी संख्या में संक्रमण फैलाने वाले खतरनाक कीटाणु पाए जाते हैं। शोध के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ने रिक्शा चालक, मेडिकल स्टोर, रेहड़ी-पटरी आदि लोगों से पैसे इकट्ठे किए और इनकी जांच की गई। जांच में साफ हो गया कि पैसों से संक्रमण होता है। इसलिए चाहे घर हो या रेस्टॉरेंट, खाने से पहले हाथों को अच्छे से ज़रूर धोएं।