अस्पताल के अधिकारियों ने खुद इस बारे में सूचना दी। यह ऑपरेशन दिल्ली स्थित सर गंगा राम अस्पताल में हुआ। यूरोलॉजी कन्सल्टेंट के मुताबिक यह किडनी इतनी बड़ी थी कि उसने मरीज के पेट को लगभग पूरी तरह से घेरा हुआ था।
डॉक्टर्स को इस किडनी को निकालने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी। इस ऑपरेशन में जुटी टीम ने काफी जद्होजहद करने पर किडनी को दो घंटे की सर्जरी कर निकाला। उन्होंने बताया कि इस तरह समझ सकते है जैसे कि किडनी का वजन दो नवजात बच्चों के कुल वजन से भी अधिक था।
आमतौपर सामान्य किडनी का वजन लगभग 120-150 ग्राम होता है। लेकिन गंगा राम अस्पताल के डॉक्टर्स ने जिस किडनी को निकाला को काफी बड़ी थी। इसका आकार 32 गुणा 21.8 सेमी था। अधिकारियों का कहना है कि यह दुनियाभर में यह पहला मामला है जिसमें इतनी बड़ी किडनी निकाली गई है।
हालांकि डॉक्टर्स को इस बात का अंदाजा तो अच्छे से था कि किडनी बड़ी है लेकिन उन्हें इस बात की उम्मीद बिलकुल नहीं की थी कि यह अब तक कि सबसे अधिक वजन वाली किडनी हो सकती है। गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज दुनिया की सबसे अधिक बड़ी किडनी का कुल वजन 4.25 किलो था।
इसलिए सर गंगा राम अस्पताल के डॉक्टर्स इस सर्जरी के आधार पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्डस में आवेदन करने की योजना बना रहे हैं। जिस मरीज की किडनी निकाली गई है वह ऑटोसोमल डॉमिनेंट पॉलिसिस्टिक किडनी रोग नाम के जेनेटिक से जूझ रहा था।