आनन-फानन में परिवार के लोग लड़के को लेकर डॉक्टर के पास गए। वहां पाया गया कि लड़का जिंदा है। मालूम हो कि उस दिन जितिया व्रत (Jitiya Vrat) भी था। महिलाएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। अपने बेटे की सलामती के लिए पटना के कंकड़बाग इलाके में रहने वाले महिला ने भी व्रत रखा था। मगर उस दिन उनके साथ कुछ ऐसा हुआ जिससे उन्हें काफी धक्का लगा। दरअसल एक्सीडेंट में उनका 17 वर्षीय बेटा सौरभ बुरी तरह से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल भर्ती कराया गया। तीन दिनों तक लगातार इलाज के बावजूद युवक को होश नहीं आया। उसकी सासें भी थमी मिली। आखिरकार डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिवार के दूसरे सदस्यों के अलावा सौरभ की मां भी इस दुखद घटना से उबर नहीं पा रही थी। मगर उनके मन में कहीं न कही ये विश्वास था कि उनका बेटा जरूर लौटकर आएगा। उनका ये भरोसा तब यकीन में बदल गया जब अंतिम संस्कार के दौरान बेटे की अंगुलियों में हरकत देखने को मिली। दूसरे लोग जहां इसे देखकर डर गए तो वहीं परिवार वाले युवक को लेकर तुरंत अस्पताल गए। वहां युवक का इलाज किया जा रहा है। बताया जाता है कि सौरभ तीन दिनों से बेहोश था। अभी उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है।