एल्कोहॉल प्वॉइजनिंग का शिकार था शख्स
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, यह शख्स एल्कोहॉल प्वॉइजनिंग का शिकार था। जिसके बाद उसे इलाज के लिए डॉक्टर्स के पास लाया गया। डॉक्टरों के इलाज के इस तरीके के बाद हैरानी इस बात की भी है कि क्या ऐसा हो सकता है? मतलब, बीयर किसी की जान बचा भी सकती है? दरअसल, बीयर में इथेनॉल पाया जाता है। इथेनॉल, मेथेनॉल को कम करता है। बीयर से लीवर साफ होता है और इंफेक्शन कम होता है। इसलिए डॉक्टर्स ने एक-एक घंटे में बीयर के कैन पंप करना शुरू किया और उन्होंने मरीज को लगभग 15 कैन पंप किए। जिसके बाद मरीज को होश आया।
लीवर ने बंद कर दिया था काम करना
48 वर्षीय गुयेन वैन हाट के खून में मेथेनॉल की मात्रा 1100 गुना से ज्यादा बढ़ गई थी। ऐसे में लीवर ने काम करना बंद कर दिया था। क्योंकि मेथेनॉल की मात्रा सीधे लीवर पर असर डालती है। हालांकि समय रहते डॉक्टरों ने इस अनोखे उपचार से गुयेन की जान बचा ली है। गुयेन को फिलहाल अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वो अपने घर हैं। डॉक्टर्स का कहना है कि उनके लीवर की हालत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है।