हो सकता है कि भविष्य में जहां पानी की कमी हो, वहां के लोगों को यूरीन ही बदले हुए रूप के साथ पीने पड़े। जी हां, आपको जानकर हैरानी होगी, लेकिन एक ऐसी मशीन विकसित की जा रही है , जो कि यूरीन को पीने लायक पानी बना देगी। Belgian University के शोधार्थियों ने इस प्रकार की मशीन का निर्माण किया है, जो कि यूरीन को सौर ऊर्जा की सहायता से पीने के पानी में तब्दील कर देती है।
इस मशीन को बनाने वाले लोगों का कहना है कि इस मशीन में एक खास प्रकार की झिल्ली लगी हुई है, जो कि मानव यूरीनको छानकर उसे पीने लायक पानी में तब्दील कर देती है। इसके अलावा ये मशीन काफी कम ऊर्जा से ही संचालित हो जाती है।
इस मशीन में एक बड़ी टंकी जुड़ी है, जिसमें मानव यूरीन एकत्रित होता है और इस मशीन में लगे एक खास बोलर में इस मानव यूरीन को सौर ऊर्जा से उबाला जाता है और इसके बाद में यूरीन को झिल्ली में छान लिया जाता है। यह झिल्ली मानव यूरीन से सभी विजातीय तत्वों को निकाल देती हैं। जिसके कारण यूरीन पीने लायक पानी में तब्दील हो जाता है।
इस तरह विज्ञान में एक और उपलब्धि मानव के विकास में दर्ज हो गई है। देखा जाए तो यह मशीन विकासशील देशों और सार्वजानिक स्थानों पर बहुत कामयाब होगी। इसके अलावा कई देश सूखे की मार झेल रहें हैं। उन स्थानों पर भी यह मशीन बहुत कारगर साबित हो सकती है।
देखना यह यह है कि कब यह मशीन आम लोगों तक पहुंचती है या नहीं। देखा जाए तो यह एक क्रांतिकारी पहल है, लेकिन जिस यूरीन का अपशिष्ट पदार्थ माना जाता है, क्या उसके बदले हुए रूप को पीने के लिए लोग खुद को मानसिक तौर तैयार कर सकेंगे?