कर्मचारी ने लिखा था, ”साहब पत्नी की तबीयत खराब रहती है। उसका शरीर दर्द करता है तो हाथ पैर भी दबाने पड़ते हैं। मुझे ही खाना बनाना पड़ता है। अब रोटी बनाना भी सीख रहा हूं। कभी-कभी रोटियां जल जाती हैं तो पत्नी नाराज होती है। आज कल मैं दलिया बनाकर खा रहा हूं। मेरे इलाके की सड़कों पर बहुत गड्ढे हैं। कभी इनके कारण तो कभी जाम के कारण ऑफिस देरी से पहुंचता हूं। कर्मचारी ने अपने अधिकारी से रिक्वेस्ट की है कि ‘सुबह वह पत्नी की सेवा जल्दी करके कार्यालय के लिए निकलेगा। बाकी आप खुद समझदार हैं।’
बता दें, अधिकारी ने एक लेटर जारी किया था जिसमें अशोक कुमार से पूछा गया था कि ‘वे आॅफिस में तय समय 10.15 बजे तक उपस्थित क्यों नहीं हुए? जबकि उन्होंने देर से आने की कोई अर्जी भी नहीं दी है। क्यों ना उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए? इसका जवाब वे 18 अगस्त की शाम तक अवश्य दें।’ इसके बाद कर्मचारी अशोक कुमार ने देर से आने का जवाब दिया।