दरअसल, यहां रनवे ठीक रेलवे ट्रैक के बीच में बना हुआ है और इस वजह से ज्यादातर प्लेन और ट्रेन को एक के बाद एक करके रास्ता दिया जाता है। इस तरह गिसबॉर्न एयरपोर्ट पर ट्रेन के निकल जाने के बाद ही प्लेन को उड़ाया जाता है, जिससे यहां का नजारा कई लोगों को हैरान भी कर जाता है।
एक ही सड़क पर कभी ट्रेन तो कभी प्लेन को देखना का नजारा बेहद अलग ही होता है। इस एयरपोर्ट को देखने के लिए दूसरे देशों से कई सैलानी आते हैं। ये एयरपोर्ट सुबह 6:30 से रात 8:30 बजे तक दोनों रनवे और रेल मार्ग व्यस्त रहते हैं, लेकिन रात को 8:30 बजे के बाद रनवे को बंद कर दिया जाता है।
इस एयरपोर्ट से 60 से भी ज्यादा घरेलू उड़ाने संचालित की जाती है, इसके अलावा यहां पर कम से कम 15 लाख यात्री सालभर में यहां से सफर करते हैं।