गोविंद परसाना भगवान गणेश में आस्था रखते हैं। उनका मानना है कि गुजराती में लिखे ये चार अंकों का नंबर भगवान गणेश की छवि की तरह लगता है। इसीलिए उन्होंने ये नंबर लिया।
मीडिया रीपोर्ट के अनुसार, परसाना ने बताया कि- मैंने अपनी पसंद के नंबर के लिए 9 लाख रुपए का भुगतान किया है। लेकिन आरटीओ ने मुझे इस नंबर को गुजरात की कार नंबर प्लेट पर लगाने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि- मैं जेम्स बॉन्ड का फैन नहीं हूं। परसाना पहले ही अपनी तीन गाड़ियों के लिए एक ही नंबर ले चुके हैं।
आरटीओ के अधिकारियों के अनुसार- सबसे ज्यादा प्रतिस्पर्धा 1, 2, 3, 4, 5 नंबर खरीदने में रहती है। इसलिए आपने पसंद वाली संख्या के नंबर में लोग अपने जन्मदिन, शादी की तारीख, बच्चों के जन्मदिन जैसे महत्वपूर्ण नंबर पसंद करते हैं।