1960 में पहली नामकरण समिति नासा के मुख्यालय में ही स्थापित हुई। जिसने नासा के अधिकारियों को भी नाम का चयन करने के लिए अवसर दिए थे। सुझाए गए नामों का पूरा पैनल अध्ययन करता है, फिर सबसे बेहतर को चुना जाता है। इसके बाद 14 फरवरी 2000 को नासा ने नई नामकरण नीति बनाई। इसके मुताबिक अंतरिक्षयान अथवा मिशन का नाम सरल और आसानी से समझ आने वाला होना चाहिए। लेकिन इसमें थोड़ी रचनात्मकता को जोड़ा जाता है।