scriptनासा कैसे रखता है अपने अंतरिक्ष यानों के नाम ? | How does NASA name its spacecraft? | Patrika News

नासा कैसे रखता है अपने अंतरिक्ष यानों के नाम ?

Published: Oct 20, 2019 07:10:14 pm

Submitted by:

pushpesh

-नासा (NASA) के मुताबिक डिस्कवरी (discovery), चैलेंजर (challenger ), कोलंबिया (columbia), एंडेवर और अटलांटिस (endeavour) जैसे नाम इतिहास की पुस्तकों में खोजे हैं, जिन्होंने दुनिया के महासागरों में अनुसंधान कार्यों को बखूीबी अंजाम दिया

नासा कैसे रखता है अपने अंतरिक्ष यानों के नाम ?

नासा कैसे रखता है अपने अंतरिक्ष यानों के नाम ?

कोलंबिया, एक्वा, ग्लोरी…ये नासा के अतीत और वर्तमान में छोड़े गए अंतरिक्षयानों के कुछ दमदार नाम हैं। लेकिन कभी आपने सोचा है कि नासा इन अंतक्षियानों का नामकरण कैसे करता है। इन नामों को एक समूह द्वारा बड़ी कठोर प्रक्रिया के तहत तय किया जाता है। ये समूह नासा जितना ही पुराना है। उदाहरण के तौर पर अपोलो को ही लें, जो चांद पर उतरने वाले अपोलो ११ अंतरिक्ष यान था। नासा के मुताबिक ये नाम 1960 में स्पेस फ्लाइट डवलपमेंट के निदेशक सिल्वरस्टीन ने दिया था। धार्मिक मान्यता के मुताबिक अपोलो ग्रीक देवता था, जो जूस और लेटो के पुत्र थे। ओरियन और जूनो के नाम भी धार्मिक मान्यताओं के आधार पर रखे गए थे।
सरल और आसानी से समझ आने वाले नामों को प्राथमिकता
1960 में पहली नामकरण समिति नासा के मुख्यालय में ही स्थापित हुई। जिसने नासा के अधिकारियों को भी नाम का चयन करने के लिए अवसर दिए थे। सुझाए गए नामों का पूरा पैनल अध्ययन करता है, फिर सबसे बेहतर को चुना जाता है। इसके बाद 14 फरवरी 2000 को नासा ने नई नामकरण नीति बनाई। इसके मुताबिक अंतरिक्षयान अथवा मिशन का नाम सरल और आसानी से समझ आने वाला होना चाहिए। लेकिन इसमें थोड़ी रचनात्मकता को जोड़ा जाता है।
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