बांग्लादेश में स्थित चट्टग्राम विश्वविद्यालय के प्रधान के घर के ठीक सामने उन्हें बम जैसा कुछ दिखा। मकान के सामने वाली दीवार के पास पड़ी हुई इस वस्तु को देख उन्होंने तुंरत पुलिस को इसकी खबर दी। देखते ही देखते इलाके में दशहत का माहौल पैदा हो गया। लोग एकत्रित हो गए। सभी के चेहरे पर आतंक साफ झलक रहा था।
गुरूवार की रात खबर मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर आ गई। बम डिस्पोजल यूनिट को भी सूचित किया गया। पूरी की पूरी फोर्स देखते ही देखते वहां इकट्ठा हो गई। रात के अंधेरे में भूल चूक होने के डर से सभी सुबह का इंतजार करने लगे। शुक्रवार सुबह दस बजे के करीब ऑपरेशन शुरू किया गया। सबसे पहले बम को निष्क्रिय करने के तमाम उपकरणों से उस वस्तु का परीक्षण किया गया। इसके बाद रिमोट की मदद से दूर जाकर बम को विस्फोट करने का प्रयास भी किया गया लेकिन बात नहीं बनी।
जब किसी भी परीक्षण का कोई फल नहीं मिल रहा था तो पुलिस सहित सभी को थोड़ा सा अजीब महसूस होने लगा। अंत में जब उसे सावधानी पूर्वक खोल कर देखा गया तो अंदर से जो निकला उसे देख सभी हैरान हो गए। अंदर से दो गोलाकर बैंगन निकले जिन्हें ब्लैक टेप से मरोड़कर वहां रखा गया था। इसे बिल्कुल बम जैसा दिखाने के लिए बाहर से लाल रंग के दो तार भी निकाले गए थे। देखने में ये दूर से हैंड ग्रेनेड जैसा लग रहा था।
इससे एक बात तो साफ है कि इलाके में आतंक फैलाने के लिए किसी ने इस घटना को अंजाम दिया।