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सारा खेल है जीन का… सुलझ गई लेफ्टी होने की पहेली

जय विज्ञान : नीदरलैंड्स के वैज्ञानिकों ने शोध में बताया बाएं हाथ से काम का कारण

Apr 05, 2024 / 01:46 am

ANUJ SHARMA

सारा खेल है जीन का… सुलझ गई लेफ्टी होने की पहेली

लंदन. दुनिया में करीब 90 फीसदी लोग जब दाहिने हाथ से काम करते हैं तो करीब 10 फीसदी लेफ्टी (बाएं हाथ से काम करने वाले) क्यों होते हैं? नीदरलैंड्स के वैज्ञानिकों ने इस पहेली को सुलझाने का दावा किया है। उनके मुताबिक लेफ्ट हैंडेड होने का कारण जीन से जुड़ा है। ऐसे लोगों के शरीर में ‘टीयूबीबी4बी’ नाम का विशेष जीन होता है, जो शरीर में कोशिकाओं के आकार को नियंत्रित करता है। बाएं हाथ से काम करने वालों के शरीर में यह 2.7 गुना ज्यादा पाया जाता है। यह दिमाग को कंट्रोल करता है।
साइंस अलर्ट की रिपोर्ट के मुताबिक नीदरलैंड्स के मैक्स प्लैंक इंस्टीट्यूट फॉर साइकोलिंग्विस्टिक के वैज्ञानिकों के नेचर जर्नल में प्रकाशित शोध में बताया गया कि टीयूबीबी4बी जीन के कारण बायां हाथ शरीर का सबसे ताकतवर अंग बन जाता है। शोधकर्ताओं में शामिल क्लाइड फ्रैंक्स ने बताया कि ज्यादातर लोगों के दिमाग का बायां हिस्सा शरीर के दाहिने हिस्से को नियंत्रित करता है, क्योंकि इनके नर्व फाइबर बाएं से दाएं जाते हैं। लेकिन बाएं हाथ से काम करने वालों के दिमाग का दाहिना हिस्सा शरीर के बाएं अंगों को नियंत्रित करता है।
बिल गेट्स-अमिताभ-सचिन की ताकत

टीयूबीबी4बी जीन खास तरह के प्रोटीन को नियंत्रित करता है। यह प्रोटीन कोशिकाओं में मौजूद माइक्रोट्यूब्यूल्स के फिलामेंट से जुड़ जाता है। इससे कोशिकाओं का आकार नियंत्रित होता है। यही प्रक्रिया बाएं हाथ वालों की ताकत है। कुछ मामलों में यह ताकत दाहिने हाथ वालों से ज्यादा होती है। बराक ओबामा, बिल गेट्स, अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, लेडी गागा जैसी हस्तियां इसकी मिसाल हैं, जो लेफ्टी हैं।
3.5 लाख के दिमाग और जीन का विश्लेषण

शोधकर्ताओं ने ब्रिटेन में 3.5 लाख लोगों के दिमाग और जीन का विश्लेषण किया। इनमें 11 फीसदी बाएं हाथ से काम करते थे। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि भ्रूण में जब दिमाग विकसित होता है, तब टीयूबीबी4बी जीन कहां रहता है, यह कैसे आता है, किस तरह विकसित होता है और भ्रूण को कैसे लेफ्ट या राइट हैंड से काम करने वाला बनाता है?

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