scriptलड़कियां जवान रहने के लिए पीती हैं सांप का खून, यहां हर दिन बढ़ रही है कोबरा की डिमांड | Jakarta snake blood salesmen claims kobra blood clear skin | Patrika News

लड़कियां जवान रहने के लिए पीती हैं सांप का खून, यहां हर दिन बढ़ रही है कोबरा की डिमांड

locationनई दिल्लीPublished: Apr 17, 2019 03:27:29 pm

Submitted by:

Priya Singh

जकार्ता में सांपों का खून पीने का है अनोखा चलन
ज्यादातर लड़कियां पीती हैं सांपों का खून
शाम 5 बजे के बाद लगने लगते हैं कोबरा के खून के स्टाल

Jakarta snake blood salesmen claims kobra blood clear skin

यहां की लड़कियों में बढ़ रही है कोबरा के खून की डिमांड, ज़िंदा सांप को देख लोगों लगती है प्यास

नई दिल्ली। कहते हैं सांप को छेड़ना खतरे से खाली नहीं होता है। अगर आप रास्ते में सांप देख लें तो रास्ता बदल लेते हैं। बदलें भी क्यों ना सांप एक ऐसा जीव है जो इंसानों के लिए खतरा साबित हो सकता है। लेकिन जकार्ता के लोग सांप से डरते हैं बल्कि उनके खा जाते हैं। हैरान कर देने वाली बात यह है कि जकार्ता ( Jakarta ) में एक ऐसी गली है जहां महिलाएं सांप का खून पीने जाती हैं। जी हां, कई मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि इंडोनेशिया ( Indonesia ) की राजधानी जकार्ता में जहरीले कोबरा सांपों का खून पीने का अनोखा चलन है। जकार्ता में कई इलाके हैं जहां कोबरा का खून बेचा जाता है। यहां बाजार में बिकने वाले तमाम तरह के व्यंजनों के साथ-साथ आपको पिंजरे में बंद ज़िंदा काले किंग कोबरा भी दिख जाएंगे।

मस्ती-मस्ती में जोड़े ने कराया अपना DNA Test, रिजल्ट में हुआ ऐसा खुलासा खिसक गई पैरों तले ज़मीन

kobra blood

यहां लड़कियों में जहरीले कोबरा का खून पीने का चलन ज्यादा है। यहां के लोगों का कहना है कि ज्यादातर महिलाएं कोबरा ( Kobra a ) का खून इसलिए पीती हैं ताकि वे खूबसूरत बनी रहें। अब यह भ्रम है या सच्चाई इस बात की पुष्टि हम नहीं करते लेकिन यहां के लोगों का मानना है कि कोबरा का खून पीने से त्वचा जवां बनी रहती है।

12 साल की इस लड़की ने अपने लिए खरीदी BMW कार, जाने कैसे हुआ ये कमाल

snake blood salesmen

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यहां हर दिन कोबरा के खून की डिमांड बढ़ रही है। बढ़ती डिमांड की वजह से यहां दुकानदार हर दिन कई सांप मार डालते हैं। दुकानदार जिसको सांप का खून बेचते हैं उन्हें 3-4 घंटे बाद ही चाय-कॉफी ही पीने की सलाह देते हैं। बता दें कि दुकानदार ऐसी सलाह इसलिए देते हैं ताकि खून शरीर में जाकर असर कर सके। यहां शाम 5 बजे से कोबरा स्टाल लगने शुरू हो जाते हैं। जहां कोबरा के खून की बिक्री रात 1 बजे तक चलती है। यहां कई दुकानों में छिपकली, बंदर और चमगादड़ से बनी पारंपरिक दवाएं भी मिलती हैं लेकिन ज्यादातर ग्राहक यहां कोबरा के खून के लिए ही आते हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो