जापान कोस्ट गार्ड के मुताबिक साल 1987 में Esanbehanakitakojima का सर्वेक्षण किया गया था और उस समय यह द्वीप समुद्र तल से केवल 1.4 मीटर की ऊंचाई पर पाया गया था। टॉमू फुजी नाम के एक वरिष्ठ कोस्ट गार्ड अधिकारी ने मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि द्वीप के अदृश्य होने के पीछे हवा और बर्फ मुख्य वजह हो सकती है। उन्होंने बताया कि हवा और बर्फ की वजह से ही ये द्वीप नष्ट हुआ होगा।
एक अंग्रेज़ी वेबसाइट के मुताबिक यह द्वीप होक्काइडो के उत्तर दिशा में सरफुत्सु नामक गांव से करीब आधे किलोमीटर की दूरी पर स्थित था। Esanbehanakitakojima द्वीप उन 158 निर्वासित द्वीपों में से एक है, जिसे साल 2014 में सरकार ने नाम दिया था, ताकि जापान के जल क्षेत्र को स्पष्ट रूप से पहचाना जा सके।
अंतरराष्ट्रीय कानूनों के तहत, द्वीपों को केवल तभी नामित किया जा सकता है जब उन्हें समुद्र की सतह से ऊपर भी ऊंचे ज्वारों में आसानी से देखा जा सके। साइंस चैनल के यूट्यूब पेज पर एक वीडियो में एक कथाकार ने कहा है कि, “एक पूरे द्वीप का गायब होना कभी-कभी एक cataclysmic ज्वालामुखीय घटना का भी नतीजा हो सकता है।”
Esanbehanakitakojima द्वीप के पानी में समा जाने के मामले में एक विशेषज्ञ ने कहा कि, “चौंकाने वाली बात यह है कि द्वीप में एक मौसम स्टेशन भी मौजूद है जो अभी भी लगातार आंकड़ों को संचारित कर रहा है। विशेषज्ञ का कहना है कि यदि यह द्वीप पानी में डूब गया होता तो, आंकड़े संचारित करने का कोई सवाल ही नहीं उठ सकता।”