शुरुआत में परिजनों ने इस शादी पर आपत्ति जताई थी, लेकिन बाद में वे मान गए। दोनों प्रेमिका से कई बार संदीप का विवाद भी हुआ। मामला गांव तक पहुंचा। रविवार को बंडागांई में ग्रामीणों ने सामाजिक बैठक कर इन दोनों युवतियों के साथ संदीप की शादी करा दी गई।

संदीप 3 वर्षों से गडरपो पंचायत के धनामुन्जी गांव की रहने वाली कुसुम लकड़ा के साथ लिव-इन रिलेशन में रह रहा था, इसी बीच वही दूसरी प्रेमिका स्वाति को भी दिल दे बैठा था। स्वाति पंचायत के पतरातू महतो टोली निवासी है। स्वाति साथ संदीप का प्रेम प्रसंग एक वर्ष पहले बंगाल में ईंट भट्ठा में मजदूरी करने के दौरान शुरू हुआ था।

दोनों युवतियों के साथ प्रेम प्रसंग रहने के कारण कई बार विवाद भी हुआ। मामला शांत नहीं हो रहा था। फिर युवक ने दोनों से शादी करने का प्रस्ताव रखा, तो दोनों लड़कियां भी इसके लिए राजी हो गईं। मगर संदीप और युवतियों के परिजनों ने अपनी सहमति देने से साफ मना कर दिया। बात पंचायत तक जा पहुंची और फिर परिवार व गांववालों ने युवक की जिद के आगे लगभग झुकते हुए शादी पर अपनी मुहर लगा दी।
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रविवार को सामाजिक रीति रिवाज के अनुसार संदीप उरांव के साथ कुसुम और स्वाति का विवाह रचाया गया। गांववालों की मौजूदगी में संदीप ने दोनों लड़कियों की मांग भरी। यही नहीं, इस शादी में कुसुम का बेटा भी शरीक हुआ। संदीप का कहना है कि उसे पता है कि एक साथ दो युवतियों से शादी रचाने की वजह से वो कानूनी पेच में फंस सकता है, मगर वह दोनों से ही प्यार करता है और किसी एक को छोड़ नहीं सकता।
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