दरअसल, जगदीशपुर थाना क्षेत्र की एक महिला बीते शनिवार को भागलपुर जोन के डीआईजी विकास वैभव से मिली और उनको बताया कि उसका भाई पिछले सात महीने से कोलकाता में रह रहा था और इधर उसकी भाभी गर्भवती हो गई। उसका कहना है कि ऐसे कैसे हो सकता है कि भाई के बिना उसकी भाभी गर्भवती हो गई ? अब महिला ने डीआईजी विकास वैभव से अपनी भाभी के पेट में पल रहे बच्चे के डीएनए जांच की मांग की है।
महिला के गर्भवती होने का पता चलने पर घरवाले उसे रखने को तैयार नहीं हैं। महिला की ननद का आरोप है कि सबकुछ पता चल जाने के बाद उसकी भाभी ने घरवालों को धमकी दी कि उसे घर में रखना पड़ेगा, नहीं तो वह झूठे मामले में सबको फंसा देगी। इस सब विवाद के बाद गांव में पंचायत बिठाई गई। यहां महिला ने अपनी सफाई में कहा कि उसके पति सपने में आते थे, इसलिए गर्भ ठहर गया।
हालांकि बाद में जब महिला के मोबाइल की जांच की गई तो पता चला कि उसमें एक लड़के का नंबर था। घरवालों का कहना है कि ये बच्चा भी उसी शख्स का है।