क्या है पूरा मामला ? दरअसल, साल करीब 10 साल पहले फिलीपींस के पलावन आइलैंड में रहने वाला यह मछुआरा समुद्र में मछलियां पकड़ रहा था। अचानक से समुद्री तूफान आया और वह उसमें फंस गया। इस दौरान वह एक पत्थर के सहारे रुक गया, वह तूफान खत्म होने तक उसी पत्थर से खुद को बचाता रहा। तूफान थमते ही वह पत्थर को साथ ले आया। इस पत्थर को वह 10 साल तक अपने बेड के नीचे रखा रहा। वह इस पत्थर को खुद के लिए लकी मानता था, इसलिए उसे खुद से दूर नहीं रखना चाहता था, मगर उसे क्या पता था कि जिसे वह मामूली समझ रहा है वह उसके लिए सही में लकी है।
30 किलो से ज्यादा था पत्थर का वजन बता दें, पत्थर करीब दो फीट था और उसका वजह 30 किलो से ज्यादा था। वह इस पत्थर को साधारण ही समझकर ही अपने पास रखे था, उसे नहीं पता था कि एक पत्थर उसे करोड़पति बना सकता है। हुआ ये कि एक दिन मछुआरे के घर में आग लग गई और सब सामान जल गया, लेकिन पत्थर को कुछ असर नहीं नहीं पड़ा।
पर्यटक की पड़ी नजर, मछुआरे को बताइर् पत्थर की हकीकत इस दौरान वहां से गुजर रहे एक पर्यटक की नजर इस पत्थर पर पड़ी। उसने पत्थर को देखा तो पता चला कि ये कोइर् साधारण पत्थर नहीं, बल्कि बेशकीमती मोती है। उसने मछुआरे को इस पत्थर के बारे में जानकारी दी। उसने बताया कि यह एक मोती है, जिसकी कीमत करीब 670 करोड़ रुपए तक है।