बेटे के इस सवाल पर मां ने उससे कुछ न पूछकर उसे दो टिफिन पैक करके दिया। लगातार एक माह तक ऐसा करने के बाद अपने बेटे से ऐसा करने के पीछे की वजह जानने की मांग की। इस सवाल पर Duran को जो जवाब मिला उससे वो हैरान रह गई।
Dylan ने अपनी मां को बताया कि टिफिन का दूसरा डिब्बा उसके लिए नहीं बल्कि एक दूसरे लड़के के लिए है जिसके पास पैसे न होने के कारण वो लंच नहीं कर पाता है और उसकी इस स्थिति को देखकर ही वह दो टिफिन लेकर जाता है ताकि बाकी बच्चों की तरह वो भी लंच कर पाएं।
बेटे के इस बात को सुनकर Duran उस बच्चे के लिए रोजाना टिफिन का डिब्बा भेजती रहीं और उसने तब तक ऐसा किया जब तक कि उस बच्चे ने नेशनल स्कूल लंच कार्यक्रम में आवेदन नहीं किया।अपने बेटे द्वारा किए गए इस कार्य के बारे में पूछने पर Duran ने कहा कि, मुझे बचपन से यहीं सिखाया गया है कि यदि आप अच्छे नहीं हो सकते तो आप बहुत अच्छे बन सकते हैं। मैनें हमेशा अपने बेटे को इस बात की शिक्षा दी। मैने हमेशा उसे सिखाया कि इंसान को दूसरे की मदद करनी चाहिए। पहले इस स्थिति से गुजर चुकी है, वो भी एक समय बेघर थी और उसे इस बात का एहसास था कि ऐसे में किसी दूसरे से मदद मांगने में कितनी हिचकिचाहट होती है।
Duran अपने बेटे के स्कूल में बॉलीबॉल की कोच है और ऐसे में उसे उस दूसरे बच्चे और उसकी मां से मिलने का मौका मिला। मिलने के बाद को पता चला कि उस बच्चे की मां की नौकरी चली गई और इसी के चलते वो अपने बेटे के लंच का खर्च वहन करने में समर्थ नहीं है लेकिन इसके बावजूद उन्होंने 400 डॉलर इकट्ठा कर उन्हें टिफिन के लिए देना चाहा जिसे उसने पिछले एक महीने से उसके बेटे को दिया लेकिन Duran ने उस रकम को लेने से इंकार किया और उस रकम को स्कूल के बाकी बच्चों के लंच टैब के लिए इस्तेमाल किया। इस पर Duran का कहना है कि अब स्कूल के किसी बच्चे को उधार मांगने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और न हीं कोई भूखा रहेगा।