दरअसल जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं वो उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थित है। यह एक शिव मंदिर है जिसमें लोग आस्था तो जरूर रखते हैं लेकिन यहां पर पूजा अर्चना करने से कतराते हैं। लोगों का मानना है कि अगर वो यहां पर पूजा अर्चना करेंगे तो उनका बुरा होना शुरू हो जाएगा। यही वजह है कि यहां के स्थानीय निवासी इस मंदिर से दूरी बनाकर रखते हैं।
यह मंदिर उत्तराखण्ड में पिथौरागढ़ कस्बे से 6 किलोमीटर दूर ग्राम सभा बल्तिर में मौजूद है। इस मंदिर से एक लोक कथा जुडी हुई है जिसकी वजह से लोग यहां आने से खौफ खाते हैं। दरअसल जिस शख्स ने इस मंदिर को बनाया था अचानक उसका हाथ खराब हो गया लेकिन इसके बाद भी वो मूर्ती बनाना चाहता था लेकिन लोगों ने उसे ऐसा करने से मन कर दिया। इस बात से नाराज होकर इस शख्स ने रातो रात एक शिवलिंग तैयार किया और वहां से कहीं गायब हो गया।
अगली सुबह जब लोगों ने देखा तो पाया कि मंदिर में शिवलिंग बना था लेकिन इसमें एक कमी थी। दरअसल इस शिवलिंग को जब एक जानकार ने देखा तो पाया कि इसमें इसका करघा गलत दिशा में बना हुआ है, और तभी से ये माना जाने लगा कि जो भी इस शिवलिंग की पूजा करेगा उसका अनिष्ट हो सकता है। तब से लेकर आजतक कोई भी इस अर्चना करने नहीं आता है।