ऐसे बहुत से लोग होते हैं जिनके पास तरह-तरह के सिक्के होते हैं। अंग्रेजी में इस हॉबी को ‘Numismatics’ के नाम से जाना जाता है। जिन लोगों के पास इस तरह के तमाम सिक्कों का कलेक्शन है उनके लिए खुशखबरी है क्योंकि अब इन पुरानी सिक्कों की मदद से वे बहुत सा पैसा कमा सकते हैं।
जी, हां यदि किसी के पास अलग-अलग साल के बने 1-1 रुपए के सिक्के हैं तो इन्हें 4 लाख रुपये में बेचा जा सकता है। अगर किसी के पास माता वैष्णों देवी की तस्वीर वाला सिक्का है तो वह इससे 72 हजार रुपये कमा सकता है। क्विकर जैसी साइट्स पर इन सिक्कों को बेचा जा रहा है।
न्यूमिस्मैटिक सोसायटी के अनुसार, किस सिक्के की कीमत कितनी होगी यह उसकी दुर्लभता पर निर्भर करेगी। सिक्का जितना प्राचीन और दुर्लभ होगा उसकी कीमत उतनी ही ज्यादा होगी।
सेकेंड वर्ल्ड वॉर के समय यानि कि साल 1939 में 1 रुपए के सिल्वर कॉइन की छपाई बंद करा दी गई थी। उस साल का वह सिक्का बहुत ही कम लोगों के पास होगा। इन रेयर कॉयन की कीमत 2 से 5 लाख रुपये तक बताई जा रही है।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, मुगल बादशाह अकबर द्वारा हिंदू देवी देवताओं के अलावा 12 राशियों पर भी अलग सिक्के छपवाए गए थे। इन सिक्कों का मिलना शायद ही अभी मुमकिन है, लेकिन इनकी खोज जारी है। बाजार में इन सिक्कों की कीमत करोड़ों में है। यदि किसी के पास अकबर के बनवाए सिक्के हैं तो वह एक झटके में 15 करोड़ का मालिक बन सकता है।
यानि कि पुरानी चीजों को संभालकर रखने की जरूरत है। इन्हें कबाड़ा समझकर फेंकने की गलती न करें क्योंकि क्या पता कब, कौन सी चीज आपको मालामाल बना दें।