इस मंदिर में नहीं है दानपेटी, ऑनलाइन चढ़ाई जाती हैं भेंट
गुजरात में एक ऐसा मंदिर है जिसमें दानपेटी नहीं है।
पिछले एक साल से यहां ऑनलाइन ही चढ़ावा चढा रहे है।

नई दिल्ली। रोजाना बहुत से लोग मंदिर जाते हैं और भगवान की पूजा अर्चना करते हैं। अपने पाठ पूजा समाप्त करने के बाद लोग भगवान से आशीर्वाद लेते हैं। मंदिर में रखी दान पेटी में अपनी श्रद्धा अनुसार कुछ पैसे डालते हैं। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है। ऐसी मान्यता है कि दान करने से पुण्य मिलता है और से धन की शुद्धि होती है। कुछ लोग अपनी मन्नत पूरी होने के बाद मंदिर में चढ़ावा चढ़ाते हैं। आपने देखा होगा कि हर दान मंदिर में पेटी लगी रहती है। लेकिन आज आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिस दानपेटी नहीं है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि यह मंदिर पिछले 1 साल से पूरी तरह यहां ऑनलाइन ही चढ़ावा चढाते है।
पिछले एक साल से मंदिर में नहीं है दानपेटी
बदलते समय के साथ इंसान को भी बदल जाना चाहिए यह तो आपने सुना होगा। लेकिन बदलते समय के साथ अब भगवान के मंदिर में भी दान पेटी को हटाकर डिजिटलकरण कर दिया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को पूरा करते हुए गुजरात के एक मंदिर में पिछले एक साल से ऑनलाइन दान दिया जा रहा है।
यह भी पढ़े :— ये है ब्लैक एलियन! टैटू के चक्कर में कर ली जिंदगी खराब, अब बोलने में हो रही है परेशानी
भरूच शहर में स्थित है ये अनोखा मंदिर
यह अनोखा मंदिर भरूच शहर में स्थित गुजरात नर्मदा घाटी उर्वरक और रसायन लिमिटेड की बस्ती में है। इस मंदिर का नाम जन विकास मंदिर है। इसका प्रबंधन सामुदायिक विकास धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा किया जाता है। जीएनएफसी के अतिरिक्त महाप्रबंधक आरसी जोशी ने बताया कि मंदिर करीब एक साल पहले कैशलेस हो गया था।
क्रेडिट या डेबिट कार्ड से देते है दान
आपको बता दें कि GNFC की पूरी टाउनशिप कैशलेस है। जोधी का कहना है कि अगर भक्त और आगंतुक कोई उपहार देना चाहते हैं, तो वे पुजारी के पास उपलब्ध पीएसओ मशीन की मदद से क्रेडिट या डेबिट कार्ड के माध्यम से उपहार की राशि मंदिर के बैंक खातों में जमा करते हैं। डिजिटल के कारण यह मंदिर दुनियाभर मे काफी मशहूर हो रहा है।
Hindi News अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें (Hindi News App) Get all latest Weird News in Hindi from Politics, Crime, Entertainment, Sports, Technology, Education, Health, Astrology and more News in Hindi