यह घटना उस वक्त लोगों के सामने आई जब मां-बाप के कैद से उनकी एक बच्ची भागने में सफल रही और उसने पुलिस को सारी बातें बता दी। तब जाकर इस खूंखार दम्पत्ति को पुलिस ने गिरफ्तार किया। इस कपल का नाम डेविड और लुईस टर्पिन है जो अमरीका के कैलिफोर्निया में रहते हैं।
डेविड और लुईस के 13 बच्चे हैं जिनकी उम्र 2 साल से 29 साल के बीच है। यह परिवार दक्षिणी लॉस ऐंजिल्स के पेर्रिस इलाके में बने अपने घर में रहता है। हालांकि इसे घर कहना गलत होगा क्योंकि यहां का माहौल एक कारावास से भी गया गुजरा था।
मासूम बच्चों को खौफनाक यातनाएं दी जाती थी। उनके साथ दुर्व्यवहार किया जाता था। बच्चों को बहुत ही बुरी तरीकों से पीटा जाता था।
इतने के बाद भी जब मां-बाप का मन नहीं भरता था तो वे उन्हें खाने को भी कुछ नहीं देते थे। इन बच्चों को जिस कमरे में रखा गया था वह मानव मल से भरा हुआ था।
एक दिन उनकी 17 साल की बेटी किसी तरह वहां से भागने में सफल हुई। उसने सबसे पहले पुलिस को फोन कर सारी सच्चाई बताई।
खबर मिलते ही पुलिस ने वहां धावा बोला और डेविड और लुईस टर्पिन को गिरफ्तार कर लिया। जनवरी के महीने में अरेस्ट हुए इस कपल ने बीते शुक्रवार को कोर्ट में अपने जुर्म को कबूल लिया है। रिवरसाइड काउंटी सुप्रीम कोर्ट में इन्होंने अपनी गलती मान ली है। इनके खिलाफ 14 संगीन मामले दर्ज किए गए हैं। मामले की सुनवाई दक्षिण कैलिफोर्निया के जिला अटार्नी कर रहे हैं।
बच्चों को जंजीरों से बांधकर उन्हें मारा-पीटा जाता था, यह बात सुनकर सभी हैरान हैं। अमरीका में इस मामले को हाउस ऑफ हारर्स यानी ‘भयावहता का घर’ कहा जा रहा है। एक मां-बाप से इस बात की उम्मीद करना वाकई में मुश्किल है, लेकिन जो हुआ है उससे मुंह भी मोड़ा नहीं जा सकता है।