छत्तीसगढ़ ( Chhattisgarh ) के बस्तर में गर्मी के दिनों में पानी की समस्या काफी बढ़ जाती है। बस्तर जिले के दरभा ब्लॉक में दर्जनभर गांव ऐसे हैं, जहां पर गांव वाले पानी के लिए तरसते हैं। यहां हालात ऐसे बन गए हैं कि एक मटके पानी से ज्यादा अगर कोई लेता है तो उस पर जुर्माना लगता है। पानी के दुरुपयोग को रोकने के लिए पंचायत ने इस तरह का फैसला लिया। यहां जल स्त्रोतों का अभाव होने के साथ-साथ भू-जल स्तर भी काफी नीचे है। बस्तर जिले के ब्लॉक मुख्यालय से लगभग 30 किलोमीटर दूर लेण्ड्री गांव में पंचायत ने पानी के दुरुपयोग को रोकने के लिए एक अलग तरह का फरमान सुनाया।
फरमान के अनुसार, यहां अगर कोई जरूरत से ज्यादा पानी लेता है या फिर पानी ( water ) को व्यर्थ में बहाता है तो पंचायत प्रति बाल्टी के हिसाब से 50 रुपये जुर्माना लगाएगी। ऐसे में जुर्माने से बचने के लिए लोग यहां से उतना ही पानी लेते हैं जितनी उनको जरूरत है। लेण्ड्रा गांव में जनपद पंचायत द्वारा एक टंकी लगाई गई है। इस टंकी पर एक नोटिस भी लगाया गया है। इसमें लिखा है ‘एक गुण्डी लाओ और पानी ले जाओ, 10 गुण्डी लाओगे तो 50 रुपये प्रति गुण्डी के हिसाब से जुर्माना लगेगा।’ बस्तर में एक दशक पहले लगभग 19 हजार हेक्टोमीटर भूजल उपलब्ध था, लेकिन अब ये घटकर 17 हजार होक्टोमीटर के आसपास रह गया है।