मिली जानकारी के अनुसार, दिन के वक्त के मुताबिक तड़के सुबह के 3 से 4 के बीच अस्थमा के अटैक की संभावना 300 गुना ज्यादा हो जाती है। इसके पीछे की वजह यह है कि, एड्रेनेलिन और एंटी-इंफ्लेमेटरी हार्मोंस का उत्सर्जन शरीर में बहुत घट जाता है, जिससे शरीर में श्वसनतंत्र बहुत ज्यादा सिकुड़ जाता है यह भी एक वजह है कि सवेरे 4 बजे सबसे ज्यादा लोगों की मौतें होती हैं। एक रिसर्च यह भी साबित किया गया है कि, 14 फीसदी लोगों अपने जन्मदिन के दिन ही मरते हैं। बता दें कि इस रिसर्च में एक और बात सामने आई है जिसमें डॉक्टरों ने एक और बात का ज़िक्र किया है, उनका मानना है कि, सुबह के समय कोर्टिसोल हार्मोन का स्त्राव तेजी से होता है जिसकी वजह से खून में थक्के जमने और अटैक पड़ने का खतरा ज्यादा होता है।