यह मूल रुप से एक स्कल्पचर गार्डन है।
इसकी स्थापना नेक चंद सैनी के द्वारा की गई थी। इसलिए इसे नेक चंद रॉक गार्डन भी कहा जाता है।
यह गार्डन 40 एकड़ एरिया में फैला हुआ है। इसे बनाने वाले नेक चंद का निधन 90 वर्ष की आयु में हो गया था।
इस गार्डन की खासियत ये है कि यह गार्डन कूड़े, कर्कट, सिरैमिक, प्लास्टिक बोतलों, पुरानी चूडिय़ों शीशों और पुराने टाइल्स की मदद से बनाया गया है।
नेक चंद सैनी में रचनात्मक कूट-कूट कर भरी हुई थी। वे अपनी साइकिल पर बैठकर बेकार पड़ी चीजों को बीनते और उससे कुछ अच्छा बना देते थे।