डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे के पैर का निचला हिस्सा यानि उसके तलवे काफी बुरी तरह से जले हुए थे, जिसकी वजह से वहां बेहद ही भयानक फफोले बन गए थे। डॉक्टरों की बात सुनते ही महिला को घर में काम करने वाली दाई पर सीधा शक हुआ, जिसके बाद बच्चे की मां ने बिना कोई देर किए तुरंत पुलिस को कॉल कर मामले की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी दाई को पूछताछ के लिए थाने बुलाया। जहां आरोपी दाई ने बचने के लिए पुलिस को तमाम मनगढ़ंत कहानियां सुनाईं।
दाई की कहानियों के बाद पुलिस को इस बात का अंदाज़ा लग चुका था कि वह बिना सख्ती के सच नहीं उगलेगी। लिहाज़ा पुलिस ने आरोपी दाई से सख्ती से पूछताछ की, जिसके बाद बेबी सिटर ने अपना गुनाह कबूल कर लिया और सारा सच उगल दिया। हैवान महिला ने पुलिस के सामने अपना गुनाह कबूल करते हुए बताया कि उसी ने बच्चे के पैर जलाए थे। दाई ने बताया कि किचन में खाना बनाने के समय बच्चा काफी रो रहा था, जिससे तंग आकर हैवान महिला ने बच्चे के दोनों पैरों पर धधकता हुआ फ्राई पैन लगा दिया। पुलिस ने आरोपी महिला को कोर्ट में पेश किया, जहां उसे एक साल कैद की सज़ा सुनाई गई है।