दरअसल, सड़कों पर थूकने वालों को तमीज सिखाने और शहर की सड़कों को साफ रखने के लिए पुणे निगर निकाय ने फैसला किया है कि यदि कोई सड़क पर थूकता हुआ दिखेगा तो उसे अपनी थूक खुद साफ करनी पड़ेगी और जुर्माना भी देना होगा। इसके बाद से इस फैसले की हर तरफ चर्चा हो रही है।
हालांकि पहले सिर्फ आर्थिक जुर्माना लगाया जाता था, लेकिन इसके बाद भी जब सड़कों पर थूकने वालों की आदतों में सुधार नहीं हुआ तो थूकने वाले से ही उसकी थूक साफ कराने का फैसला लिया गया है।
नगर निकाय ने यह फैसला पिछले सप्ताह लिया है। हालांकि यह फैसला शुरूआती तौर पर सिर्फ शहर के पांच वार्डों बिबवेवाडी, औंध, येरवड़ा, कस्बा और घोले रोड में लागू किया गया है। आंकडों की माने तो फैसला लागू होने के बाद से पिछले आठ दिनों में निकाय के स्वच्छता निरीक्षकों ने सड़क पर थूकते हुए 156 लोगों को पकड़ा है। पकड़े गए सभी लोगों को तुरंत अपना थूक साफ करने को कहा गया और प्रत्येक पर 150 रुपये का जुर्माना भी लगाया गया।
इस नियम के पीछे क्या है वजह
दरअसल, पुणे नगर निकाय के फैसले के पीछे यह वजह है कि लोगों को अपना थूक साफ करने में शर्म आएगी। ऐसे में लोग यह गलती करने से बचेंगे और शहर की सड़के भी साफ रहेंगी। पुराने नियम के अनुसार लोगों को सिर्फ 150 रूपये देने होते थे, ऐसे में उन्हे ज्यादा नुकशान नहीं होता था और लोग अपनी इन हरकतों से बाज नहीं आते थे और अब थूकने के पहले कई बार सोचेंगे कि आखिर जानते हुए भी कैसे इतनी बड़ी गलती कर दी।