इस किदवंती के पीछे एक कहानी है। माना जाता है कि यह सब एक साधु के श्राप के कारण हुआ। बताया जाता है कि एक साधु ने श्राप दिया था, इसी वजह से कोई भी अगर शाम ढलने के बाद इस मंदिर में रुक जाता है तो वह हमेषा के लिए पत्थर का बन जाता है। लोगों का कहना है कि आजतक कोई भी व्यक्ति शाम ढलने के बाद वहां से वापस नहीं लौटा है।
किराडू का मंदिर पूरे देष में प्रसिद्ध है। यह बहुत ही खूबसूरत है। इसकी दीवारों पर बहुत ही खूबसूरत नक्काषी की गई है। इसी कारण लोग इस मंदिर को देखने आते हैं। दिन में यहां पर्यटकों और सैलानियों की भीड़ लगी रहती है। वहीं कुछ लोग तो इस मंदिर से इतना खौफ खाते हैं कि इसे दूर से देखकर ही लौट जाते हैं। वो लोग इस मंदिर में अंदर जाने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। वहीं जो लोग मंदिर में जाते हैं, वे शाम होने से पहले ही वापस लौट जाते हैं।