महिलाओं में बढ़ रहे शराब की लत का बुरा प्रभाव भी सामने आने लगा है। अमेरिका के सरकारी रिपोर्ट में सामने आए आंकड़ों की मानें तो साल 2000 से 2015 के बीच सिरोसिस की वजह से मरने वाली महिलाओं की तादाद 57 फीसदी बढ़ गई हैं। इनमें शामिल महिलाओं की उम्र 45 से 64 साल है। रिपोर्ट में 25 से 44 वर्षीय महिलाओं के भी आंकड़ों का ज़िक्र किया गया है। सिरोसिस की वजह से मरने वाली इस उम्र श्रेणी की महिलाओं के आंकड़ों में 18 फीसदी की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इसके साथ ही रिपोर्ट में उन आंकड़ों के बारे में भी बताया गया है, जिनमें महिलाएं शराब के ओवरडोज़ की वजह से आपातकालीन मेडिकल सुविधाएं लेने के लिए मजबूर होती हैं। ऐसे आंकड़ों में भी तेज़ी से वृद्धि हो रही है।
वैज्ञानिकों ने बताया कि पुरुषों की तुलना में महिलाओं पर शराब का बुरा प्रभाव ज़्यादा होता है। जिसके पीछे की मुख्य वजह एल्कोहल डिहाइड्रोगेनेज (एडीएच) है। वैज्ञानिकों की मानें तो शराब पीने के बाद महिलाओं के शरीर से निकलने वाले एल्कोहल डिहाइड्रोगेनेज (एडीएच) की मात्रा सीमित होती है। एल्कोहल डिहाइड्रोगेनेज (एडीएच) लीवर से बाहर निकलता है, जो हमारे शरीर में अल्कोहल को कमज़ोर करने वाले तत्वों के रूप में काम करता है। महिलाओं के शरीर में पानी के मुकाबले चर्बी की मात्रा अधिक होती है, जिसकी वजह से ये महिलाओं पर बुरा असर डालता है। शरीर में मौजूद पानी अल्कोहल को बेअसर करने का काम करता है तो वहीं शरीर की चर्बी इसके प्रभाव को बनाए रखता है।