ऐसे में आज हम आपको उस गांव के बारे में बताने जा रहे हैं जहां दूध बेचा नहीं जाता है और ऐसा इसलिए क्योंकि यहां गांववालों के अनुसार दूध बेचना पाप है।
आपको भले ही यह बात सुनकर अजीब लगे, लेकिन यह सच है। इस गांव में एक भी ऐसा स्टॉल नहीं है जहां दूध बेचा जाता हो। बता दें, इस गांव का नाम कुआं खेड़ा है और यह आगरा से करीब 2 किलोमीटर की दुरी पर बसा हुआ है।
इस गांव की रीति के अनुसार अगर कोई व्यक्ति गलती से भी गांव में दूध बेचने लगा तो उस पर मुसीबत टूट पड़ती है। दूध बेचने वाले के साथ कुछ न कुछ बुरा जरूर होता है।
इसी डर के चलते यहां पिछले कई सालों से दूध नहीं बेचा जाता है। दूध के इस अभाव के चलते गांव में कोई टी स्टॉल भी नहीं है।
सबसे ज्यादा हैरान कर देने वाली बात तो यह है कि यहां लगभग हर घर में गाय और भैंस बंधी रहती है। अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि तब ये लोग गाय और भैंसों से मिलने वाली दूध का क्या करते हैं?
तो बता दें, ये लोग दूध का इस्तेमाल घर पर ही करते हैं। दूध बचने पर उसे दूसरे गांव के लोगों को दान कर देते हैं क्योंकि इनके लिए दूध बेचना पाप है।
कुआं खेड़ा गांव के सरपंच का इस बारे में कहना है कि, दूध न बेचना उनके गांव की परंपरा बन चुकी है। अगर कोई इस परंपरा को नहीं निभाता है तो उसके साथ कुछ न कुछ बुरा जरूर होता है। लोग इसी डर के चलते आज भी ऐसा करते आ रहे हैं।