इस टॉयलेट सीट को बनाने पर कंपनी ने कहा कि इसके इस्तेमाल से बाथरूम में बिताए जाने वाला समय घटाया जा सकेगा। एक अनुमान के मुताबिक लोग इस सीट पर 5 मिनट से ज्यादा नहीं बैठ सकेंगे। जिससे लोग फालतू का समय तो बिलकुल भी बाथरूम में जाया नही करेंगे। इससे समय की बचत होगी।
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इस डिजाइन को ब्रिटिश टॉयलेट एसोसिएशन (बीटीए) की मदद से बनाया गया है। यह आम परंपरागत सीटों से थोड़ा अलग है। ये सीट सामने की ओर से झुकी है। इस पर ज्यादा देर बैठने वालों के पैरों की मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है।
इसके साथ व्यक्ति नीचे की और खिसकने लगता है, जिससे आदमी असहज महसूस करता है। इस वजह से आदमी इस सीट पर ज्यादा देर नहीं बैठ सकता है। साल 2019 में हेल्थ एंड सेफ्टी सॉफ्टवेयर स्टार्टअप कंपनी Protecting.co.uk ने एक सर्वे करवाया था।
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जिसमें बताया गया कि यूके के 8 शहरों में करीब 3500 कर्मचारी लंबे टॉयलेट ब्रेक पर जाते हैं। इसका मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों द्वारा टॉयलेट सीट पर बिताया जाने वाला समय घटाने में कंपनियों की मदद करना है। जिससे की कर्मचारी ज्यादा वक़्त खराब न करें।