एंजल की मां साइप्रस सैलोन ने बताया कि जन्म देने के बाद मुझे अहसास हुआ कि मेरी बेटी रोती नहीं है। इसके बाद अपनी बेटी की परेशानी को देखकर मैं काफी रोई थी। हमने अपनी बच्ची को इलाज के लिए कई अलग-अलग हॉस्पिटल में दिखाया। इस दौरान मासूम के घरवालों ने सर्जरी के लिए न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के कुछ डॉक्टर्स से चिल्ड्रन फर्स्ट फाउंडेशन के बारे में पता चला। इस संस्था ने बच्ची को इलाज के लिए ऑस्ट्रेलिया बुला लिया, जहां एडिलेड वुमेंस एंड चिल्ड्रन हॉस्पिटल में सर्जरी हुई। 4 घंटे तक चली इस सर्जरी से ये बच्ची की नाक दूसरों की तरफ काफी हद तक सामान्य हो गई।
बता दें कि इंटरप्लास्ट और चिल्ड्रन फर्स्ट जैसी संस्थाओं ने एंजल जैसे कई बच्चों की मदद की है। एंजल की मां ने बताया कि हमें एंजल की सर्जरी के लिए अभी कई बार ऑस्ट्रेलिया जाना पड़ेगा। हम अपने दोस्तों को भी चिल्ड्रन फर्स्ट के बारे में बता रहे हैं, ताकि किसी भी बच्चे का इलाज बेहतर तरीके से हो सके।