लिहाजा ये भैंस के चर्चा में आने की वजह है एक दिन में एक से अधिक कई बाल्टी दूध देना। दरअसल, ये भैंस दिन भर में एक बार में एक या दो किलो दूध नहीं बल्कि पूरे 30 किलो दूध देने का रिकॉर्ड भी बना चुकी है। जो दिन में 29 बाल्टी दूध देती है।
गांव के लोग इस भैंस को काला सोना कहकर पुकारते हैं। जिसके घर में ये भैंस है मानो उस पर मां काली की कृपा बरस रही हो। ये भैंस साधारण नस्ल की न होकर मुर्राह नस्ल की है, जिसके चलते ये आम भैंसों की अपेक्षा ज्यादा दूध देती है। मुर्राह नस्ल की भैंस बेशकीमती है और किसानों के लिए न केवल फायदे का सौदा है बल्कि उनके परिवार का पालन पोषण करने में अकेले ही सक्षम है।
रामलाल की भैंस ने 27 किलो 483 ग्राम तो गांव के दूसरे किसान धर्मवीर की भैंस ने दिया 27 किलो 300 ग्राम दूध देकर दूसरे नंबर का रिकॉर्ड बनाया है।