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इस गांव में फरवरी को मनाया जाएगा क्रिसमस, कारण जान सहम जाएगा दिल!

locationनई दिल्लीPublished: Jan 18, 2019 02:09:33 pm

Submitted by:

Priya Singh

यहां के लोगों का मानना है कि “किसी भी महिला को जन्म देने के बाद 45 दिन का उपवास करना ज़रूरी है।

this colombian village celebrate christmas in february

इस गांव में फरवरी में मनाया जाएगा क्रिसमस, कारण जान सहम जाएगा दिल!

नई दिल्ली। पूरी दुनिया में हर साल 25 दिसंबर को ही क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाता है लेकिन दुनिया में एक गांव ऐसा है जहां फरवरी के महीने में क्रिसमस मनाया जाता है। ईसाई धर्म के इस सबसे बड़े त्यौहार को ईसा मसीह के जन्म दिवस के तौर पर मनाया जाता है लेकिन कोलंबिया के एक गांव क्विनामायो के रहने वाले लोगों के अनुसार ईसा मसीह का जन्म 21 फरवरी को हुआ था। बता दें कि ऐसा करने के पीछे का कारण यह कि जब 24 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जा रहा था तब इस गांव के लोग गुलामी में जी रहे थे। यही वजह थी कि उन्हें इस दिन क्रिसमस मनाने की इजाजत नहीं थी। जब यहां के लोग गुलामी से आज़ाद हुए तब उन्होंने 21 फरवरी को क्रिसमस सेलिब्रेट करने का दिन बनाया। बता दें कि यहां क्रिसमस को आज से नहीं कई सालों से इसी दिन मनाया जा रहा है।

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क्रिसमस के लिए तय किए गए इस दिन को क्विनामायो के लोग ईसा मसीह की आराधना करते हैं। यहां के लोगों का मानना है कि “किसी भी महिला को जन्म देने के बाद 45 दिन का उपवास करना ज़रूरी है। यही वजह है कि ये लोग दिसंबर नहीं बल्कि फरवरी में क्रिसमस मनाते हैं, ताकि मैरी भी उनके साथ जश्न में शामिल हो सकें। इस जश्न के तहत कोई भी एक गांववाला ईसा मसीह की लकड़ी से बनी खास प्रतिमा को सालभर अपने घर में सुरक्षित रखता है। जिसे लोग घर-घर जाकर खोजते हैं।

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