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OMG! इस सीरियल किलर ने इंसानों का नहीं ‘बिल्लियों’ का किया था कत्ल

locationनई दिल्लीPublished: Feb 05, 2020 04:06:48 pm

Submitted by:

Prakash Chand Joshi

दक्षिण लंदन से शुरू हुआ था हत्याओं का सिलसिला
पुलिस ने बिल्लियों का करवाया था पोस्टमार्टम

This serial killer killed cats not humans

This serial killer killed cats not humans

नई दिल्ली: दुनिया में कई तरह के लोग होते हैं कुछ अच्छे तो कुछ बुरे। कुछ लोग अपना जीवन यापन अच्छे काम करके करते हैं, तो कुछ लोग गलत काम करके। जैसे आपने सीरियल किलर ( Serial Killer ) के बारे में तो सुना ही होगा, जो एक के बाद एक कई निर्दोष लोगों की हत्या कर देते हैं। लेकिन क्या आपने कभी ऐसे किसी सीरियल किलर के बारे में सुना है जो इसांनों का नहीं बल्कि बिल्लियों की कत्ल करता था। शायद नहीं, तो चलिए आपको ऐसे ही एक सीरियल किलर के बारे में बताते हैं।

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दरअसल, ये सुनने में बड़ा अजीब लगता है कि कोई बिल्लियों ( Cat ) का कत्ल करता था। लेकिन ऐसी खौफनाक घटनाओं को ब्रिटेन की अलग-अलग जगहों पर अंजाम दिया गया। ये सीरियल किलर वैसे तो पालतू जानवरों को अपना शिकार बनाता था। इसमें उल्लू के बच्चे, खरगोश और पालतू बिल्लियां मुख्स रूप से शामिल हैं। इस किलर ने 400 से ज्यादा बिल्लियों की हत्या की। मामला साल 2014 में दक्षिण लंदन के क्रॉयडन शहर से शुरू हुआ था। यही कारण है कि मीडिया ने इस किल को ‘क्रॉयडन कैट सीरियल किलर’ का नाम दिया। वहीं लोग इसे ‘एम-25 कैट किलर’ के नाम से भी जानते हैं। पूरे ब्रिटेन के लोग इस किलर की दहशत से डरने लगे। कई रिपोर्ट्स में सामने आया कि ये किलर पहले पालतु जानवरों को खाने की चीजें दिखाकर अपने पास बुलाता था और फिर किसी धारदार हत्यार से इनका कत्ल कर देता था।

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यही नहीं किलर शव को भी बुरी तरह से क्षत-विक्षत कर देता था, ताकि किसी को कोई सबूत न मिलें। वहीं पुलिस ने उन बिल्लियों का पोस्टमॉर्टम कराया। बताया जाता है कि महज 10 बिल्लियों के पोस्टमॉर्टम पर ही 7500 पाउंड यानि लगभग 7 लाख रुपये खर्च हुए थे। पुलिस ने किलर को पकड़ने के लिए साल 2015 में एक टीम गठित की, जिसका नाम ‘ताकाहे’ रखा गया था। पुलिस ने हत्याओं के शक में 31 साल के एक शख्स को पकड़ा, लेकिन सबूत न होने की वजह से उसे छोड़ना पड़ा। वहीं साल 2018 में मेट्रोपिलटन पुलिस ने मामले को बंद कर दिया और कहा कि इन पालतू जानवरों की खासकर बिल्लियों की मौत किसी सड़क हादसों में या फिर किसी जंगली जानवर के हमले में हुई है। लेकिन लोग ये मानने को तैयार नहीं थे। वहीं पुलिस आज तक ये पता नहीं लगा पाई कि इन हत्याओं के पीछे कौन था।

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