फेक अलर्ट: राहुल गांधी इमरान के साथ नहीं खा रहे बिरयानी, गलत दावे के साथ किया जा रहा है शेयर
दरअसल, झारखंड के लोहरदगा में स्थित खुखरा गांव में एक ऐसी पहाड़ी भी है जो गर्भ में पल रहे नवजात के बारे में ये बता देती है कि लड़का होगा या फिर लड़की। वहीं स्थानीय लोगों की मानें तो इसमें एक भी रुपये खर्च किए बिना ये पता लगाया जा सकता है। लोगों के मुताबिक ये पर्वत बीते 400 सालों से लोगों को उनके भविष्य के बारे में जानकारी दे रहा है। यहां ये रिवाज 400 साल पहले नागवंशी राजाओं के शासन काल से चली आ रही है। लोगों की मानें तो इस पहाड़ी पर चांद के आकारी की आकृति बनी हुई है, जो नवजात शिशु के बारे में बताती है।
इस पहाड़ी पर पत्थर मारकर इस बात की जांच की जाती है। गर्भवती महिला एक निश्चित दूरी से पत्थर को इस पहाड़ी पर बने चांद की ओर मारती है और अगर पत्थर चांद के आकार के ठीक बीच में जाकर लगता है तो समझा जाता है कि गर्भ में लड़का है और अगर वो चांद के बाहर लगता है तो माना जाता है कि गर्भ में लड़की है। जहां एक तरफ सरकार गर्भ में पल रहे बच्चों के बारे में पता लगाने पर रोक लगा चुकी है, तो वहीं ये पहाड़ी हर किसी को अचंभित करती है।