अनिरुद्ध के परिवार ने जब उसका हाल देखा तो वे अपना सुध खो बैठे। खबर पुलिस के पास पहुंची तो उन्होंने बॉडी का पोस्टमार्टम कराने की बात कही। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मंदिर के अंदर गंडासा मिला है और प्राथमिक दृष्टि से बॉडी का गला पीछे से कटा है। देखने पर घटना संदेहास्पद भी लग रही है। लोगों की मानें तो अनिरुद्ध हमेशा पूजा पाठ करता रहता था। जिससे लोग स्वयं की बलि चढ़ाने की भी सम्भावना जता रहे हैं। आज के समय में अंधविश्वास के प्रभाव से पढ़े-लिखे लोग भी अछूते नहीं रहे हैं। विडंबना है कि लोग ये मानने को तैयार रहते हैं कि घर के बाहर रंगोली बनाने से उनके घर में लक्ष्मी आएगी लेकिन यह नहीं समझते कि ऐसा घर को साफ रखने के लिए किया जाता है। जहां विज्ञान इतना आगे बढ़ चुका है और अंतरिक्ष में सैटेलाइट तक भेजे जा रहे हैं, वहां इंसानों की बलि दी जाती है और बेमतलब के रीति-रिवाज माने जाते हैं।