वैसे तो इंसानों को बंदरों और आदिमानव का अंश माना जाता है। मगर ये समय के साथ कैसे विकसित हुए और धरती पर इनका जन्म कैसे हुआ। इसका किसी के पास सटीक जवाब नहीं है। इस बारे में कई जानकारों की राय अलग-अलग है। मगर झील से मिले बच्चे के कंकाल से पता चला कि धरती पर आदि मानव की भी कई और प्रजातियां रहीं हैं। जिनमें होमो इरेक्टस, होमो हैबिलिस और पैरेन्थ्रोपस बोइसी शामिल हैं। नए कंकाल के मिलने से इसमें होमो रुडोल्फेन्सिस का भी नाम जुड़ गया है। बताया जाता है कि वैज्ञानिकों को साल 1984 में बच्चे का कंकाल मिला था। जिससे पता चला कि धरती पर बीस लाख साल पहले धरती पर पहला इंसान पैदा हुआ था।
वैज्ञानिकों का मानना है कि तुर्काना झील में और भी कई ऐसे राज हैं जो बताते हैं कि लाखों साल पहले के इंसान कैसे रहते थे, क्या खाते थे? पहले ये झील बहुत बड़ी हुआ करती थी। मगर वातावरण में हुए बदलाव के चलते अब ये झील रेगिस्तान में तब्दील हो हो चुकी है। ऐसे में इंसानों की बाकी गुत्थी को समझना काफी पेंचीदा हो गया है। वैज्ञानिकों का कहना है कि ये झील ज्वालामुखी के पास है इसलिए यहां होने वाली हलचल की वजह से यहां मारे गए आदि मानवों के कंकाल भी धरती में समा गए होंगे।