इस अनोखी शादी का मकसद गौ संरक्षण को बढ़ावा देना है। नंदी और गाय की शादी का ये कार्यक्रम मुरादाबाद में गोपाष्टमी के मौके पर आयोजित किया गया था। इस विवाह का आयोजन कानपुर से पधारीं जूना अखाड़े की महामण्डलेश्वर द्वारा आयोजित किया गया था। इसमें सभी रस्में सामान्य विवाह की तरह निभाई गईं। बैंड-बाजे की धुन पर भजन गाते हुए बाराती विवाह स्थल पर पहुंचे, जहां बारातियों का जोदार स्वागत किया गया।
इस अनूठे विवाह में नंदी बैल को दूल्हा बनाया गया। उसकी सींगों को फूलों से सजाकर सेहरा बांधा गया। इतना ही नहीं नंदी को ट्रैक्टर ट्रॉली पर बिठाकर ढोल-ताशे बजाते हुए विवाह स्थल तक ले जाया गया। जबकि गाय को भी दुल्हन की तरह लाल जोड़े में सजाया गया।